जुलाई में राष्ट्रपति कार्यालय छोड़ चुके प्रणब ने कहा, अकादमिक उतकृष्टता महत्वपूर्ण है, लेकिन उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बच्चों को बेहतर इंसान बनने में मदद करना है। उन्हें सामाजिक विविधता के प्रति सहिष्णुता जैसे भारतीय मूल्यों के लिये प्रोत्साहित और कोई भी पीछे नहीं छूटे, यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए। 

उन्होंने कहा, उन्हें ऐसे उपाय विकसित करने चाहिए, जो बेहतर वातावरण बना सकें, अपशिष्ट को समाप्त अथवा कम कर सकें और देश में स्वच्छ, रचनात्मक और सहयोगी समाज बना सकें। नेशनल इन्नोवेशन फाउंडेशन-इंडिया की ओर से गांधीनगर के बाहरी इलाके में स्थित अमरापुर गांव के एनआईएफ परिसर में आयोजित समारोह में 16 राज्यों के 56 छात्रों को उनके 29 नवोन्मेषी विचारों के लिये पुरस्कृत किया गया।

मुखर्जी ने कहा कि वह प्रदर्शनी में दिखाये गये स्कूली बच्चों के विभिन्न विचारों से बहुत प्रभावित हैं।  -(एजेंसी)