राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय के स्वर्णिम 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘स्वर्ण जयंती’ समारोह का आयोजन
राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय के स्वर्णिम 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 'राजभाषा विभाग स्वर्ण जयंती' समारोह का सफल आयोजन, 26 जून, 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया गया। इस अवसर पर, केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री बंडी संजय कुमार, संसदीय राजभाषा समिति के उपाध्यक्ष श्री भर्तृहरि महताब, राज्यसभा सांसद श्री सुधांशु त्रिवेदी और राजभाषा विभाग की सचिव श्रीमती अंशुली आर्या सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
श्री अमित शाह ने राजभाषा विभाग के 'स्वर्ण जयंती’ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। श्री अमित शाह के संबोधन की 4 मुख्य बातें इस प्रकार थी -
- हमारी भाषाएं भारत को एकजुट करेंगी: पिछले कुछ दशकों में भाषा का इस्तेमाल भारत को बांटने के साधन के रूप में किया गया। वे इसे तोड़ नहीं पाए, लेकिन प्रयास किए गए। हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी भाषाएं भारत को एकजुट करने का सशक्त माध्यम बनें। इसके लिए राजभाषा विभाग काम करेगा।
- भारतीय भाषाओं का विकास करेंगे: मेरा मानना है कि PM मोदी के नेतृत्व में जो नींव रखी जा रही है, उससे 2047 में एक महान भारत का निर्माण होगा और महान भारत के निर्माण की राह पर हम अपनी भारतीय भाषाओं का विकास करेंगे। उन्हें समृद्ध बनाएंगे, उनकी उपयोगिता बढ़ाएंगे।
- सरकारी कामकाज में भारतीय भाषाओं का ज्यादा इस्तेमाल हो: भारतीय भाषाओं का सरकारी कामकाज में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होना चाहिए। सिर्फ केंद्र सरकार में बल्कि राज्य सरकार में भी। इसके लिए हम राज्यों से भी संपर्क करेंगे, उन्हें समझाने और राजी करने की कोशिश करेंगे।
- स्थानीय भाषाओं में मेडिकल-इजीनियरिंग की पढ़ाई: सभी राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई स्थानीय भाषाओं में शुरू करें। केंद्र सरकार सभी राज्य सरकारों की हरसंभव मदद करेगी ताकि प्रशासनिक कामकाज और उच्च शिक्षा भारतीय भाषाओं में हो सके।
उसके बाद, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने, अपने संबोधन में कहा कि भाषा किसी भी राष्ट्र की आत्मा होती है, वही उसकी मौलिक सोच, संस्कृति एवं सृजनात्मक अभिव्यक्ति की सबसे सशक्त कड़ी है। हिंदी हमारी उस आत्मीय भावना की भाषा है, जो विविधता में एकता का सेतु बनकर पूरे राष्ट्र को जोड़ती है। मुख्यमंत्री ने, राजभाषा विभाग को ‘स्वर्ण जयंती’ की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं तथा अखिल भारतीय प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं को अपनी ओर से बधाई प्रेषित की। साथ ही, राजभाषा विभाग का स्वर्ण जयंती स्मारक सिक्का व विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन किया और विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित भी किया। इस समारोह में, रानप्र-भारत संस्थान की भी सहभागिता रही। समारोह की कुछ झलकियाँ: